UP D.EL.ED [FIRST Semester] Bal Vikash Short Answer
Bal Vikas - First Semesterअति लघु उत्तरीय प्रश्न
जीवन की सबसे महत्वपूर्ण अवस्था कौन-सी है – शैशवावस्था
बाल्यावस्था कब से कब तक होती है – 5 से 12 वर्ष तक
जीवन का सबसे कठिन काल किस अवस्था को माना जाता है – किशोरावस्था
शैशवावस्था कब से कब होती है – जन्म से 5 वर्ष तक
अल्प बुद्धि बालक की बुद्धि-लब्धि कितनी होती है – 50 से 70 के मध्य
मूर्ख बुद्धि वाले बालक की बुद्धि-लब्धि कितनी होती है – 20 या 25 से 50 के मध्य
यदि किसी बालक की मानसिक आयु 16 वर्ष और वास्तविक आयु 10 वर्ष है तो उसकी बुद्धि-लब्धि कितनी होगी ? ज्ञात कीजिए।
बुद्धि-लब्धि = मानसिक आयु X 100/वास्तविक आयु
16 x 100 /10 => 160
बुद्धि-लब्धि का सूत्र बताइए – बुद्धि-लब्धि = मानसिक आयु X 100/वास्तविक आयु
मूल प्रवृत्तियों की संख्या बताइए। – 14
“बाल्यावस्था जीवन का अनोखा काल है।” किसका कथन है? –काल व बूस का
प्रयत्न एवं भूल का अधिगम सिद्धान्त का प्रतिपादक कौन है? – थार्नडायक
किन्हीं दो व्यक्तित्व परीक्षण के नाम बताइए। – 1. जीतन इतिहास विधि, 2. प्रश्नावली विधि
सूझ या अन्तर्दृष्टि सिद्धान्त के प्रवर्तक के नाम लिखिए। – कोहलर
प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला की स्थापना किसने की? – जर्मनी के वैज्ञानिक वुन्ट ने 1879 में की थी
प्रबलन सिद्धान्त का प्रतिपादन किसने किया है? – हल
बाल विकास के अन्तर्गत शैशवावस्था की अवधि कौन-सी मानी गई है? जन्म के 5-6 वर्ष
अधिगमान्तरण क्या है? – पहली परिस्थिति को प्राप्त ज्ञान, कुशलता, आदतें, अभियोग्यताओं का दूसरी परिस्थिति में प्रयोग करना है।
बुद्धि के द्विखण्ड सिद्धान्त का प्रतिपादन किसने किया? – स्पीयरमैन
“संवेग, व्यक्ति की उत्तेजित दशा है।” किसका कथन है? – वुडवर्थ
“संवेग चेतना की वह अवस्था है जिसमें रागात्मक तत्व की प्रधानता रहती है।” किसने कहा? – रॉस
“किसी भी प्रकार के आदेश आने, भड़क उठने तथा उत्तेजित जाने की अवस्था को संवेग कहते हैं।” किसका कथन है? –जरसील्ड।
-किसने कहा “प्रेरणा व्यवहार को जागृत करने, क्रिया के विकास को संपोषित करने और क्रिया के तरीकों को नियमित करने की प्रक्रिया है।” – पी. टी. यंग
“अपने अनुभवों को संचित रखने और उनको प्राप्त करने के कुछ समय बाद चेतना के क्षेत्र में लाने की जो शक्ति हमें हेती है, उसी को स्मृति की यह परिभाषा किसकी है? – रायबर्न
किसका कथन है “विस्मृति का अर्थ है-किसी समय प्रयास करने पर भी किसी पूर्व अनुभव का स्मरण करने या पहले सीखे हुए किसी करने में असफलता।” – ड्रेवर
संवेग के यह विचार किसके हैं “संवेग, प्राणी की एक जटिल दशा है, जिसमें शारीरिक परिवर्तन, प्रबल भावना के कारण उत्तेजित दशा और एक निश्चित प्रकार का व्यवहार करने की प्रवृत्ति निहित रहती है।” – ड्रेवर
तर्क के सम्बन्ध में यह विचार किसके हैं “तर्क फलदायक या उत्पादक चिन्तन है, जिसमें किसी समस्या का समाधान करने के लिए पूर्वानुभवों को नवीन रूप और तरीकों से पुनः संगठित या सम्मिलित किया जाता है।” – गेट्स व अन्य
व्यक्तित्व की यह परिभाषा किसकी है- “व्यक्तित्व व्यक्ति के भीतर उन मनोशारीरिक गुणों का गत्यात्मक संगठन है जो वातावरण के साथ उसका अद्वितीय समायोजन निर्धारित करता है।” –आलपोर्ट
“समायोजन निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया है जिसके द्वारा, व्यचित अपने और वातावरण के बीच संतुलित सम्बन्ध रखने के लिए अपने व्यवहार में परिवर्तन करता है।” किसने कहा- गेट्स व अन्य
समायोजन की यह परिभाषा किसकी है “समायोजन वह प्रक्रिया है, जिसके द्वारा प्राणी अपनी आवश्यकताओं और इन आवश्यकताओं की पूर्ति को प्रभावित करने वाली परिस्थितियों में संतुलन रखता है।” – बोरिंग, लैंगफील्ड व वेल्ड
किसने कहा “वातावरण में वे सब बाह्य तत्व आ जाते हैं जिन्होंने व्यक्ति को जीवन आरम्भ करने के समय से प्रभावित किया है।” – वुडवर्थ ने
उत्तर-।
सीखने के एक क्षेत्र में प्राप्त होने वाले ज्ञान या कुशलताओं का सीखने के दूसरे क्षेत्र में प्रयोग करना साधारणतः प्रशिक्षण का स्थानान्तरण कहलाता है।” यह कथन किसका है? – क्रो एवं क्रो
बुद्धि-परीक्षणों को मुख्यतया किन दो वर्गों में विभक्त किया जाता
- वैयक्तिक बुद्धि परीक्षण,
- सामूहिक बुद्धि परीक्षण
स्टैनफोर्ड बिने स्केल किस प्रकार का बुद्धि परीक्षण है ? – वैयक्तिक भाषात्मक परीक्षण है
पियाजे के संज्ञानात्मक विकास की मुख्य अवस्थाएँ कितनी हैं ?
मुख्य चार अवस्थाएँ हैं
- संवेदपेशीय अवस्था,
- प्राक् संक्रियात्मक अवस्था,
- मूर्त संक्रिया अवस्था,
- औपचारिक संक्रिया अवस्था
व्यक्तित्व की संक्षिप्त परिभाषा लिखिए ?
रैक्स के अनुसार, “व्यक्तित्व समाज द्वारा मान्य तथा अमान्य गुणों का संगठन है।”
व्यक्तित्व को मुख्य तौर पर कितने भागों में विभक्त किया गया है? –
मनोवैज्ञानिकों ने व्यक्तित्व को दो भागों में बाँटा है-
- अन्तर्मुखी
- बहिर्मुखी
- दोनों का मिश्रित (उभयोमुखी)
शरीर रचना के आधार पर व्यक्तित्व के प्रकार बताइए।
तीन प्रकार होते हैं-
- शक्तिहीन
- खिलाड़ी
- नाटा
व्यक्तित्व मापन की विधियाँ बताइए।
तीन विधियाँ हैं-
- आत्मनिष्ठ विधियाँ
- वस्तुनिष्ठ विधियाँ,
- प्रक्षेपण विधियाँ
संज्ञानात्मक विकास के सिद्धान्त के प्रतिपादक कौन हैं ? – संज्ञानात्मक विकास के सिद्धान्त के प्रतिपादक जीन पियाजे हैं।
सामाजिक विकास के सिद्धान्त के प्रतिपादक कौन हैं ? – व्योगास्टकी
नैतिक विकास के सिद्धान्त के प्रतिपादक कौन हैं ? – कोहलर
अनुबन्धन के सिद्धान्त के प्रतिपादक कौन हैं? – पॉवलाव
सूझ या अन्तर्दृष्टि के सिद्धान्त के प्रतिपादक कौन हैं ? – कोहलर
प्रयत्न एवं त्रुटि का सिद्धान्त किसका है ? – थार्नडाइक
क्रिया-प्रसूत अनुबन्धन सिद्धान्त के प्रतिपादक कौन हैं ? – स्किनर
प्रबलन का सिद्धान्त किसका है ? – हल ने दिया
चिन्तन को परिभाषित कीजिए।न -गैरेट के अनुसार, “चिन्तन एक प्रकार का अव्यक्त एवं रहस्यपूर्ण व्यवहार होता है, जिसमें सामान्य रूप से प्रतीकों (विचारों, प्रत्ययों) का प्रयोग होता है।”
चिन्तन के प्रकारों का नामोल्लेख कीजिए- प्रत्यक्षात्मक कल्पना, कल्पनात्मक चिन्तन, प्रत्यायात्मक चिन्तन, तार्किक चिन्तन
तर्क के प्रकार बताइए।
- आगमन तर्क
- निगमन तर्क
निगमन तर्क से आप क्या समझते हैं ? – इस तर्क में व्यक्ति दूसरों के अनुभवों, विश्वासों या सिद्धान्तों का प्रयोग करके सत्य का परीक्षण करता है
तर्क विकास की विधियाँ बताइए ?
- दृढ़ निश्चिय
- स्वाभाविकता का विकास
- क्रमागत ज्ञान,
- सूझ शक्ति का प्रयोग
वंशानुक्रम का क्या अर्थ है ? – शानुक्रम माता-पिता से सन्तान को प्राप्त होने वाले गुणों का नाम
वंशानुक्रम के सिद्धान्त और नियम बताइए।
- बीजकोष की निरन्तरता का नियम
- विभिन्नता का नियम
- प्रत्यागमन का नियम
- समानता का नियम
वातावरण का अर्थ वताइए ? – वातावरण वह हर वस्तु है जो किसी अन्य वस्तु को घेरे हुए है और उस पर सीधे अपना प्रभाव डालती है।
वातावरण को परिभाषित कीजिए –रॉस के अनुसार, “वातावरण वह बाहरी शक्ति है जो हमें प्रभावित करती
है।”
बालक के विकास को प्रभावित करने वाले वातावरणीय कारकों
बालकों के लालन-पालन या संरक्षण की दशाएँ
- सामाजिक वातावरण एवं उसका प्रभाव
- विद्यालय की आन्तरिक स्थितियों का प्रभाव
- संचार माध्यमों का प्रभाव
बच्चों में कल्पना शक्ति का विकास कैसे कर सकते हैं ?
- भाषा ज्ञान का विकास करके
- कहानियाँ सुनाकर
थार्नडाइक ने किन-किन नियमों का प्रतिपादन किया है ?
- प्रभाव का नियम
- अभ्यास का नियम
- तत्परता का नियम
अधिगम की एक परिभाषा लिखिए। –वुडवर्थ के अनुसार, “नवीन ज्ञान और नवीन प्रतिक्रियाओं को प्राप्त करने की प्रक्रिया सीखने की प्रक्रिया है।”
अधिगम को प्रभावी बनाने वाले कारकों का नामोल्लेख कीजिए।
- रुचि
- अभिक्षमता
- विषय का ज्ञान
- सीखने की इच्छा
- प्रेरणा
- सीखना
- वातावरण
अधिगम की प्रभावशाली विधियाँ कौन-सी हैं ?
- करके सीखना
- अनुकरण द्वारा सीखना
- निरीक्षण करके
- परीक्षण करके सीखना
- प्रोजेक्ट विधि
सीखने के गौण नियम कौन-कौन से हैं?
- मनोवृत्ति का नियम
- बहु-अप्रतिक्रिया का नियम
- आशिकक्रिया का नियम
- अनुरूपता का नियम,
- सम्बन्धित परिवर्तन का नियम
सीखने के नियमों की क्या उपयोगिता है ? –सीखने के नियमों का प्रयोग कर शिक्षक छात्रों में अधिगम के प्रति रुचि, उत्साह एवं संतोष विकसित करते हैं।
अनुकरण द्वारा सीखने का क्या तात्पर्य है ? –अनुकरण द्वारा सीखने की प्रक्रिया शैशवावस्था से ही प्रारम्भ हो जाती है। विद्यालय में बच्चे शिक्षक द्वारा की जाने वाली क्रियाओं का अनुकरण करके सीखते हैं।
ब्रूनर के सिद्धान्त की कोई एक विशेषता बताइए। – यह सिद्धान्त सीखने में पुनर्बलन, पुरस्कार एवं दण्ड पर बल देता है।
सिद्धान्त क्या हैं ? -सिद्धान्त ज्ञान के क्षेत्र में पहुँचने का साधन है।
अन्तर्दृष्टि का सिद्धान्त क्या है ? – व्यक्ति कुछ कार्यों को करके सीखता है और कुछ कार्यों को दूसरों को करते देखकर सीखता है। परन्तु कुछ कार्य हम बिना बताये अपने आप ही सीख लेते हैं। इसे अन्तर्दृष्टि का सिद्धान्त कहते हैं।
किस सिद्धान्त को गैस्टाल्टवादी सिद्धान्त कहा जाता है? –सूझ या अन्तर्दृष्टि सिद्धान्त ।
व्योगास्टकी ने अपने सिद्धान्त में किस पर सबसे अधिक बल दिया ? –भाषा पर।
सीखने के वक्र से आप क्या समझते हैं ? –सीखने के वक्र अभ्यास द्वारा सीखने की गति को एवं उन्नति की सीमा का ग्राफ पर प्रदर्शन करते हैं।
सीखने में पठार आने का मुख्य कारण क्या है ? – प्रेरणा का अभाव।
सीखने का स्थानान्तरण को परिभाषित कीजिए। –बी. जे. अण्डरवुड के अनुसार, “वर्तमान क्रियाओं पर पूर्व अनुभवों का प्रभाव ही अधिगम (सीखना) स्थानान्तरण है।”
अधिगम स्थानान्तरण के सिद्धान्तों का नामोल्लेख कीजिए।
- मानसिक शक्तियों का सिद्धान्त
- समान तत्वों का सिद्धान्त
- सामान्यीकरण का सिद्धान्त
- सामान्य से विशिष्ट तत्वों का सिद्धान्त
स्थानान्तरण कितने प्रकार का होता है ? –स्थानान्तरण सकारात्मक एवं नकारात्मक दो प्रकार का होता है।
अभिप्रेरणा से आप क्या समझते हैं ? –अभिप्रेरणा अधिगम की प्रक्रिया का सहायक अंग है। अभिप्रेरणा किसी कार्य को प्रारम्भ करने तथा उसे पूर्ण करने की शक्ति प्रदान करती है।
अभिप्ररेणा को परिभाषित कीजिए। -मैक्डूगल के मतानुसार, “अभिप्रेरणा वे शारीरिक व मनोवैज्ञानिक दशाएँ हैं जो किसी कार्य को करने के लिए प्रेरित करती हैं।”
रुचि को परिभाषित कीजिए। –क्रो एवं क्रो के अनुसार, “रुचि एक प्रेरक शक्ति है, जो हमें किसी व्यक्ति, वस्तु या क्रिया के प्रति ध्यान देने के लिए प्रेरित करती है।”
रुचि के प्रकार कौन-कौन से हैं?
- जन्मजात रुचि
- अर्जित रुचि
रुचि और ध्यान का सम्बन्ध कैसा है ? – रुचि और ध्यान एक ही सिक्के दो पहलू हैं।
रुचि का क्या अर्थ है ? –विशिष्ट या लक्ष्य केन्द्रित कार्यों को पूर्ण मनोयोग से करना ही रुचि है।
स्मृति से आप क्या समझते हैं ? – स्मृति वह मानसिक प्रक्रिया है जिसमें अतीत के सीखे गए ज्ञान, अनुभव या कौशल का पुनः स्मरण किया जाता है।
स्मृति का कोई एक कार्य बताइए। –स्मृति का कार्य अचेतन मन में एकत्रित ज्ञान को चेतन मन में लाना होता है।
स्मृति के मुख्य सोपान बताइए।
स्मृति के प्रमुख चार सोपान हैं-
(i) अधिगम,
(ii) धारण,
(iii) प्रत्यास्मरण,
(iv) अभिज्ञान।
स्मृति को प्रभावित करने वाले कारक बताइए।
- प्रेरणा
- रुचि
- शान्तिपूर्ण वातावरण
ध्यान की कोई एक विशेपता बताइए। –ध्यान व्यक्ति का सर्वांगीण विकास करता है।
सृजनात्मकता से आप क्या समझते हैं ? –सृजनात्मकता मौलिक परिणामों को अभिव्यक्त करने की एक मानसिक प्रक्रिया है।
परिपक्वता पर टिप्पणी लिखिए। –परिपक्वता वह स्थिति है जिसमें व्यक्ति शारीरिक पूर्णता को प्राप्त कर लेता है।
स्मृति के प्रकार बताइए।
- अल्पकालिक स्मृति
- दीर्घकालिक स्मृति
विस्मरण को परिभाषित कीजिए। –मन के अनुसार, “ग्रहण किए गए तथ्यों का धारण न करना ही बिस्मृति (विस्मरण) है।”
विस्मरण का मुख्य कारण बताइए। –विस्मरण का मुख्य कारण है-बाधा का उपस्थित होना।
सांख्यिकी की उपयुक्त परिभाषा दीजिए। – “वह विज्ञान जो प्रदत्तों के संकलन, विश्लेषण एवं निर्णयन से सम्बन्धित नियमों का अध्ययन करता है, साख्यिकी कहलाता है।”
आवृत्ति क्या है ? –आवृत्ति वह मान है जो जितनी बार आता है।
केन्द्रीय प्रवृत्ति का क्या अर्थ है ? –प्राप्तांकों के समूह में एक ऐसा प्राप्तांक जिसके आस-पास अन्य प्राप्तांकों के केन्द्रित होने की प्रवृत्ति होती है। इस प्रवृत्ति के समूह को केन्द्रीय प्रवृत्ति कहते हैं।
तुम मुझे एक दर्जन बालक लाओ और उनके विकास के लिए मेरे कहने के अनुसार वातावरण लाओ, मैं उन्हें जो कहो डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, कलाकार बना सकता हूँ, यह विचार किसने दिया ? –यह विचार वाटसन ने दिया।
बालक में संवेगात्मक विकास के अन्तर्गत विकासात्मक सिद्धान्त का प्रतिपादन किसने किया ? –इस सिद्धान्त का प्रतिपादन पियाजे ने किया।
गिल्फर्ड ने बुद्धि के त्रिआयाम सिद्धान्त के अन्तर्गत किन तीन विमाओं में मानसिक योग्यताओं को वर्गीकृत किया है ? –विषय वस्तु, संक्रिया, उत्पाद आदि में वर्गीकृत किया है।
युंग ने सामाजिक अन्तक्रिया के आधार पर व्यक्तित्व को किन-किन भागों में वर्गीकृत किया है ?
1. अन्तर्मुखी, 2. बहिर्मुखी, 3. उभयमुखी।
वह मानसिक प्रक्रिया जिसमें संगठित और व्यवस्थित रूप से चिंतन किया जाता है, कहलाता है ? –वह मानसिक प्रक्रिया जिसमें संगठित और व्यवस्थित रूप से चिंतन किया जाता है, तर्क कहलाता है।
स्मृति जो कि एक जटिल मनोशारीरिक योग्यता होती है, इसके अन्तर्गत होने वाली चार प्रक्रियाओं के नाम बताइए। – 1. सीखना, 2. धारण, 3. पुनः स्मरण, 4. पहचान।
बालक की वह मनोस्थिति जिसके द्वारा वह विभिन्न परिस्थितियों में व्यक्तिगत तथा सामाजिक समायोजन करने में समर्थ होता है, कहलाता है। –बालक की वह मनोस्थिति जिसके द्वारा वह विभिन्न परिस्थितियों में व्यक्तिगत तथा सामाजिक समायोजन करने में समर्थ होता है, वह मानसिक स्वास्थ्य कहलाता है।
जव बालक किसी तथ्य कार्य को दूसरे बालक के तथ्य/कार्य को देखकर उसके तरह सीखता है, तो वह सीखने की कौन-सी विधि कहलाती है। –यह अनुकरण विधि कहलाती है।
अन्य बातों के समान होने पर कोई बालक कई बार अभ्यास करते-करते कोई चीज सीख ले तो सीखने की यह विधि थार्नडाइक के किस विधि के अन्तर्गत आता है ? –अभ्यास एवं त्रुटि विधि।
जब एक कुत्ते के सामने पहले घण्टी बजाई जाती है, फिर उसके सामने भोजन का टुकड़ा दिया जाता है और कुत्ता लार स्राव करता है। यह प्रक्रिया कई बार होने के बाद प्रयोगकर्ता द्वारा घण्टी बजाने की (बिना भोजन के ही कुत्ते द्वारा स्राव करना, किसके और कौन से सिद्धान्त के अन्तर्गत आता है? –सम्बद्ध-प्रतिक्रिया सिद्धान्त के अन्तर्गत आता है।
बालक में पाये जाने वाले जन्मजात अभिप्रेरकों का नाम बताइए। भय, क्रोध, स्नेह इत्यादि।
वह प्रवृत्ति जो बालक में होने पर किसी वस्तु, व्यक्ति या प्रतिक्रिया के प्रति ध्यान केन्द्रित करता है और उससे उसका लगाव हो जाता है, कहलाता है। –रुचि कहलाता है।
वह मानवीय योग्यता जिसके द्वारा व्यक्ति किसी नवीन रचना/ विचार को प्रस्तुत करता है/कहलाता है ? – यह योग्यता सृजनात्मकता है।
शारीरिक रचना, बुद्धि, रुचि, व्यक्तित्व आदि गुणों में एक व्यक्ति का दूसरे व्यक्ति से भिन्न होना कहलाता है? – व्यक्तिगत भिन्नता।
जीन पियाजे ने बालक के संज्ञानात्मक विकास के अन्तर्गत अन्तिम अवस्था किसे माना है?? –औपचारिक संक्रिया काल (Formal Operational Period)
सिगमन फ्रायड द्वारा प्रतिपादित व्यक्तित्व विकास के सिद्धान्त को कहा जाता है ? –मनोविश्लेषात्मक सिद्धान्त (Psycho-Analytical Theory)
परोक्ष वस्तुओं के सम्बन्ध में चिन्तन करना कहलाता है ? -कल्पना।
एक ऐसा उत्पादक चिन्तन जिसमें किसी समस्या का समाधान करने के लिए गत अनुभवों को नए ढंग से संगठित/समायोजित किया जाता है, कहलाता है? –तर्क।
सीखने की मात्रा तथा समय के परस्पर सम्बन्ध को चित्रांकित करने पर जो वक्र रेखा प्राप्त होती है, कहलाती है? –सीखने का वक्र।
जब कोई बालक सीखने को तत्पर होता है तब वह जल्दी से चीजों को सीखता है, यह थार्नडायक के सीखने के किस नियम के अन्तर्गत आता है? – तत्परता का नियम।
सीखने के किस सिद्धान्त के अन्तर्गत व्यक्ति सम्पूर्ण परिस्थिति के प्रत्यक्षीकरण के आधार पर सीखता है ? –गेस्टाल्ट सिद्धान्त।
वे प्रेरक जिन्हें व्यक्ति अपने प्रयासों से प्राप्त करता है, कहलाता है। –अभिरुचि (Interest) अथवा अभिवृत्ति (Attitude)
अधिगम धारणा, पुनः स्मरण तथा पहचान किस परीक्षण से आदि प्रक्रियाएँ किसके अन्तर्गत आते हैं –स्मृति के
अशिक्षित व्यक्ति/बालकों की बुद्धि का मापन –अशाब्दिक बुद्धि परीक्षण।
बालक के संवेगात्मक विकास से सम्बन्धित विकासात्मक सिद्धान्त का प्रतिपादत किसने किया ? –जीन पियाजे।
जीन पियाजे द्वारा प्रतिपादित बालक के संज्ञानात्मक विकास से सम्बन्धित तीसरी अवस्था क्या कहलाती है? – मूर्त संक्रिया काल (Concrete Operation Period)
क्रन्दन, बलबलाना, हाव-भाव, शब्द भण्डार तथा वाक्य निर्माण किसकी विकास अवस्था होती है ? –भाषा विकास/शैशवावस्था।
व्यक्तित्त्व का वह प्रकार किसके अन्तर्गत व्यक्ति दूसरे लोगों / समाज के अन्य लोगों के प्रगति के लिये सोचकर कार्य करता है, क्या कहलाता है? –बहिर्मुखी व्यक्तित्व वाला कहलाता है।
सी. ए. टी. (Children Apperception Test) क्या है ? इसका निर्माण किसने किया ? – यह परीक्षण टी. ए. टी. की तरह से ही होता है। परन्तु अन्तर केवल इतना है कि इसका प्रयोग बालकों के लिये होता है। इसमें 10 चित्र होते हैं। चित्रों में पशु मनुष्यों की तरह कार्य करते हुए दिखाई देते हैं। इसका निर्माण लियोफोल्ड वेलाक (Leopold Bellak) ने 1948 में किया।
वह शक्ति जिसके कारण व्यक्ति अपने कार्य को करने या न करने के लिए बाध्य हो जाता है, क्या कहलाती है ? – प्रेरणा।
सीखने से सम्बन्धित ‘प्रभाव का नियम’ का प्रतिपादन किसने किया ? –धार्नडाइक ने।
कोहलर ने अपने सीखने के सिद्धान्त का प्रतिपादन किसके ऊपर प्रयोग करके किया ? –वनमानुष (सुल्तान) के ऊपर प्रयोग किया।
चैवलव द्वारा अपने प्रयोग में पहले घण्टी बजती थी, फिर भोजन दिया जाता था, यह प्रक्रिया कई बार होने पर अन्त में क्या पाया गया ? –अनुकूलन।
नियमित दिनचर्या, सबके साथ समायोजन, आत्म-विश्वास, संवेगात्मक परिपक्वता और आत्म मूल्यांकन की क्षमतां किसका प्रमुख लक्षण है ? –अच्छे व्यक्तित्व का (Good Personality)।
जीन पियाजे ने बालक के संज्ञानात्मक विकास के अन्तर्गत अनुकूलन क्रिया का विभाजन किन दो उप-प्रक्रियाओं में किया है।
1. आत्मसातन (Asimilation),
2. समंजन (Accomodation)।
सृजनात्मकता से क्या आशय है ? –सृजनात्मकता वह अवधारणा है जिसमें उपलब्ध साधनों से नवीन या अनजानी वस्तु, विचार या अवधारणा को जन्म दिया जाता है।
व्यक्तित्व की एक परिभाषा लिखिए। –आलपोर्ट के अनुसार “व्यक्तित्व, व्यक्ति के भीतर उन मनो-शारीरिक गुणों का गत्यात्मक संगठन है जो वातावरण के साथ उसका अद्वितीय समायोजन निर्धारित करता है।”
‘रोर्शा परीक्षण’ विधि को किस मनोवैज्ञानिक ने आरम्भ किया था –हर्मन रोशाक।
‘मध्यमान’ का उपयोग कब किया जाता है ? –औसत आदि ज्ञात करने के लिए “औसत” के रूप में मध्यमान की गणना की जाती है।
मध्यांक की कोई एक परिभाषा लिखिए। -जब किसी समूह के प्राप्तांकों को उनके आकार के अनुसार बढ़ते हुए या घटते हुए क्रम में रखते हैं तो श्रेणी के मध्य बिन्दु को मध्यांक कहते हैं। यह प्राप्तांक न होकर बिन्दु होता है जो समूह को दो बराबर भागों में बाँटता है।
बालक की वृद्धि कब रुक जाती है ? –सोरन्सन के अनुसार “नवजात शिशु का शरीर तब तक अभिवृद्धि तथा विकास करता है जब तक वह एक वयस्क शरीर नहीं हो जाता है।”
टी. ए. टी. का सम्बन्ध किससे है ? – व्यक्तित्व मापन से।
सक्रिय विस्मृति से क्या आशय है ? –समय के साथ नई विषयवस्तु के सीखने से पुरानी विषयवस्तु का विस्मरण होने लगता है। इस प्रकार यह सिद्ध होता है कि विस्मरण एक सक्रिय मानसिक क्रिया है।
अभिप्रेरणा का क्या अर्थ है ? –अभिप्रेरणा वह शक्ति है जो व्यक्ति के कार्य को गति प्रदान करती है। गुड के शब्दों में “प्रेरणा कार्य को प्रारम्भ करने, जारी रखने और नियमित करने की प्रक्रिया है।”
‘हल’ के अनुसार सीखने की प्रक्रिया का आधार क्या है ? –हल के सीखने के सिद्धान्त का तात्पर्य है कि सीखने का आधार, आवश्यकता की पूर्ति की प्रक्रिया है, यदि कोई कार्य, पशु या मानव की किसी आवश्यकता की पूर्ति करता है तो वह उसको सीख लेता है।
‘सीखने’ की कोई एक परिभाषा लिखिए। –वुडवर्थ के शब्दों में “सीखना विकास की प्रक्रिया है।”
गेट्स व अन्य के शब्दों में “सीखना, अनुभव और प्रशिक्षण द्वारा व्यवहार में परिवर्तन है।”
बच्चों के भाषा विकास में अवरोधक दो कारण लिखिए। – संगी साथी अथवा समवयस्क समूह , सामाजिक-आर्थिक दशा , भाई-बहनों का प्रभाव , भाषा विकास में अवरोधक कारण , स्वास्थ्य, बुद्धि, द्वि-भाषीय वातावरण,
बाल विकास के अन्तर्गत शैशवावस्था की आयु कितनी होती है? – डॉ. जोन्स के अनुसार, शैशवावस्था जन्म से 5 वर्ष या 6 वर्ष होती है।
जन्म के समय शिशुओं के भीतर कितने संवेग पाए जाते हैं ? – भय, क्रोध, प्रेम, पीड़ा, घृणा, हर्ष
बुद्धि को बहुकारक सिद्धान्त का प्रतिपादन किसने किया ? –कैली व थर्स्टन ने किया
अन्तर्मुखी व्यक्तित्व क्या होता है – इस प्रकार का व्यक्तित्व उन व्यक्तियों का होता है जिनका स्वभाव, आदतें व गुण बाह्य रूप से प्रकट नहीं रहते हैं। ये आत्म-केन्द्रित होते हैं और सदा अपने में ही खोये रहते हैं
सामान्य बौद्धिक स्तर के बालक की बुद्धिलब्धि कितनी होती है ? – सामान्य बौद्धिक स्तर बुद्धिलब्धि-टर्मन के अनुसार-90-109 तक।
बुद्धि परीक्षण के लिए प्रयुक्त होने वाले टी. ए. टी. परीक्षण का निर्माण किसने किया ?- टी. ए, टी. का निर्माण मार्गन व मुरे ने 1935 में किया था
बालक के कोषों एवं पेशियों में समय के साथ-साथ होने वाला वह परिवर्तन जिसके कारण वह निश्चित समय पर ही कोई कार्य करने के योग्य होता है, क्या कहलाता है ? –परिपक्वता
पवलाओ ने सीखने से सम्बन्धित अपने सिद्धान्त का प्रतिपादन किसके ऊपर प्रयोग करके किया ?-–कुत्ते पर
व्यक्तित्व विकास में शिक्षा किस प्रकार प्रभावी है ? –बालक के व्यक्तित्व विकास के सभी पक्षों की विशेषताओं को ध्यान में रखते हुए शिक्षा का स्वरूप निर्धारित होता है। व्यक्तित्व विकास में घर, परिवार तथा विद्यालय का महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।
बुद्धि की कोई एक परिभाषा बताइए।–बर्ट के अनुसार, “बुद्धि आपेक्ष रूप से नवीन परिस्थितियों में अभियोजित करने की जन्मजात योग्यता है।”
सन्तुलन को कोई एक उदाहरण देकर समझाइए ! –व्यक्ति के जीवन में अनेक प्रकार की अनुकूल एवं प्रतिकूल परिस्थितियाँ आती रहती हैं जिनका सामना उसे करना पड़ता है। कुछ लोग प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करने में सफल होते हैं और कुछ लोग असफल होकर मानसिक संतुलन खो बैठते हैं।
शिक्षा में वैयक्तिक भिन्नता के प्रभाव की विवेचना कीजिए। – रूसो के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति एक विशिष्ट स्वभाव को लेकर जन्म लेता है। हम बिना सोचे भिन्न-भिन्न रुचियों वाले बालकों को एक ही प्रकार के कार्यों में जुटा देते हैं। ऐसी शिक्षा उनकी विशेषताओं को नष्ट करके एक निर्जीव समान्यतया की छाप लगा देते हैं। अतः रूसो ने कृत्रिम समाज का खण्डन का इस बात पर बल दिया कि बालक की सम्पूर्ण शिक्षा का प्रबन्ध प्रकृति के अनुसार होना चाहिए। प्रत्येक बालक दूसरे बालक से भिन्न होता है। अतः हमें उनकी शिक्षा उनकी वैयक्तिक विभिन्नताओं को ध्यान में रखकर करनी चाहिए।
आवाज में भारीपन किस अवस्था में आता है ? – किशोरावस्था में
प्यास, भूख, निद्रा, प्रतिष्ठा में से कौन-सा अर्जित अभिप्रेरणा के अन्तर्गत आता है ? – प्रतिष्ठा अर्जित अभिप्रेरणा के अन्तर्गत
सीखी गयी सामग्री को पुनः स्मरण रखने की असफलता क्या कहलाती – विस्मृति कहलाती है।
किसी अवर्गीकृत प्रदत्त में सबसे अधिक बार आने वाली संख्या क्या कहलाती है ? –आवृत्ति कहलाती है।